प्रत्येक नगर प्रत्येक मोहल्ले में और प्रत्येक गाँव में एक पुस्तकालय होने की आवश्यकता है। - (राजा) कीर्त्यानंद सिंह।
 

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महंगाई

जन-गण मन के देवता, अब तो आंखें खोल
महंगाई से हो गया, जीवन डांवाडोल
जीवन डाँवाडोल, ख़बर लो शीघ्र कृपालू
कलाकंद के भाव बिक रहे बैंगन-आलू
कहं 'काका' कवि, दूध-दही को तरसे बच्चे
आठ रुपये के किलो टमाटर, वह भी कच्चे

राशन की दुकान पर, देख भयंकर भीर
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राष्ट्रीय एकता

कितना भी हल्ला करे, उग्रवाद उदंड,
खंड-खंड होगा नहीं, मेरा देश अखंड।
मेरा देश अखंड, भारती भाई-भाई,
हिंदू-मुस्लिम-सिक्ख-पारसी या ईसाई।
दो-दो आँखें मिलीं प्रकृति माता से सबको,
तीन आँख वाला कोई दिखलादो हमको।

अल्ला-ईश्वर-गॉड या खुदा सभी हैं एक,
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कार-चमत्कार | कुंडलियाँ

[इसमें 64 कार हैं, सरकार]

अहंकार जी ने कहा लेकर एक डकार, 
कितने कार प्रकार हैं, इस पर करें विचार। 
इस पर करें विचार, कार को नमस्कार है,
ओंकार में निर्विकार में व्याप्त कार है। 
निरंकार या निराकार का चक्कर छोड़ो, 
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स्त्रीलिंग पुल्लिंग 

काका से कहने लगे ठाकुर ठर्रा सिंह
दाढ़ी स्त्रीलिंग है, ब्लाउज़ है पुल्लिंग
ब्लाउज़ है पुल्लिंग, भयंकर गलती की है
मर्दों के सिर पर टोपी पगड़ी रख दी है
कह काका कवि पुरूष वर्ग की किस्मत खोटी
मिसरानी का जूड़ा, मिसरा जी की चोटी।

दुल्हिन का सिन्दूर से शोभित हुआ ललाट
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कुर्सी पर काका की कुंडलियाँ

कुरसीमाई

शासन की कुरसी मिले, हों साहब के ठाठ,
कुरसी जी की कृपा से, सोफा हाजिर आठ।
सोफा हाजिर आठ, मारते रहें मलाई,
राजनीति में सर्वश्रेष्ठ है कुरसीमाई।
जिसे प्राप्त हो, चेहरे पर खिल जाए बसंता,
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श्रोताओं की फब्तियां

कवियों की पंक्तियां, श्रोताओं की फब्तियां :

० कारवां गुजर गया, गुबार देखते रहे...... (नीरज)
( तो हम क्या करें, टाइम पर क्यों नहीं आए आप ? )

० जी हां हज़ूर ! मैं गीत बेचता हूं...... (भ० प्र० मिश्र)
( बेचिए जरूर, लेकिन बिक्रीकर का लाइसेंस ले लीजिए हजूर !)

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लीडरी का नुस्खा

पांच तोला तिकड़म की छाल लाकर, 
दस तोला खुशामद के अर्क में मिलाइये, 
घोट घोट मचाइये | 
शुद्ध खादी के छन्ने में छानकर पी जाइये। 

बेदर्दी के सेफ्टी रेजर से मूंछ-दाढ़ी करो साफ़ 
कोई गाली दे जाए तो कर दो उसे माफ़। 
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तीन कवयित्रियां

कवि सम्मेलन के मंच पर कल रात,
तीन कवयित्रियां कर रहीं थी बात।

पहली बोली :
"हमारे विवाह में दिल्ली बैंड आया था।"

दूसरी ने कहा :
"मेरी शादी में आगरा बैंड आया था।"

तीसरी कुमारी मुस्काई :
"मेरी मैरिज में तो 'हसबैंड' आयेगा।"

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